The definition of love lies in individual experiences. When the person gets new experiences that lead the change in his perceptions of love. – Yamini
I wrote this poem around September 2020, when a poet uploaded a beautiful poem on love talking about all the sacrifices and beauty of surrendering in love. I had an argument with him and said, ‘How can you call the sacrifice and surrender beautiful?’
He asked me then “What is love for you?”. And I can recall that it took me two and a half hours to write this and it was completed around 3 that night. It got late and I was not able to post or send it to him that late and unwillingly slept.
The next day I sent this to him and felt relieved.
हे इश्क़, मुझे बताने दो,
परिचय अपना करवाने दो।
जगत में ज्ञानी विद्रोही,
कमज़ोरी का कारण हो तुम।
दर्शाते खुद को प्रीत सुधा,
जो मद में भीगा दे, गरल हो तुम।
जो हृदय को चीर के रख देता,
वैसा घातक हथियार हो तुम।
हे इश्क़, मुझे बताने दो,
परिचय अपना करवाने दो।
मैं से मुझ का आखेट करे,
वो आखेटक बेगैरत तुम।
साधक दिखते वात्सल्य के,
निर्ममता के परिचायक तुम।
बुद्धि को जो है हर लेता,
विवेकहीन पर कुटिल हो तुम।
हे इश्क़, मुझे बताने दो,
परिचय अपना करवाने दो।
जैसे भी हो तुम… स्वीकार मुझे,
मेरे समझौतों का कारण तुम।
जो क्षण भंगुर होता है,
उसमे अंकित विरह हो तुम।
जो दुःख को छोटा कर देता,
वो मन की बड़ी सी व्यथा हो तुम।
हे इश्क़, मुझे बताने दो,
परिचय अपना करवाने दो।